हलकी सी धूप खिडकी से होकर श्री के चहेरे पर गीर रही थी । जीया बार बार परदे को उपर नीचे कर के श्री को परेशान कर रही थी, श्री चीढ ते हुए सोते सोते ही बोली यार सोने देना काफी दीनो बाद सुकून भरी नींद आई है । श्री की बच्ची घडी मे देख कीतने बजे है , शादी मे आई है , या सोने चल उठ । श्री ने कहा यार बस दस मिनट ही। जीया ने कहा उठ यार नही तो पानी डालुंगी। श्री उठ ते हुए , छोडुंगी नही तुजे ओर वो पीलो