इत्तेफाक - भाग 3

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विकास,,,,, ओ महाशय आखरी बार पुछ रहा हु क्या हुआ,,? इस तरह गोल गोल मत घुमा। यार मुझे क्यों लग रहा है कि तुम लोग पागल हो गए हो मैंने कहा ना कि मुझे उससे प्यार हो गया है तो हो गया है। राज को पहली नजर वाला प्यार हो गया था,, , और वह भी भी खुशी के प्यार के नशे में ही था। पर उसके सारे दोस्त कंफ्यूज थे एक ऐसा थोड़ी ना होता है, एक बार देखा और प्यार हो गया। वह सब सोच ही रहे थे तभी उनके कानों में राज के कुछ शब्द पड़े