अपने दादाजी से आशीर्वाद ले कर नियान और गन बाहर जाने के लिए निकले। " क्या तुम्हें, अभी होस्टल जाना है ? या फिर तुम्हारे पास वक्त है ? " गन ने गाड़ी में बैठ पूछा। " मेरे होस्टल के गेट ९ बजे तक बंद होते है। मेरे पास वक्त है।" नियान ने कहा। " तो क्यों ना कही घूमने चले ?" गन ने पूछा। " हां। जरूर। लेकिन पहले मुझे तुम्हारी चाबियां दो।" नियान ने हाथ आगे करते हुए कहा। गन ने अपनी गाड़ी की चाबियां उसके हाथ में रख दी। उसने अपने बैग में से एक खूबसूरत बॉक्स बाहर निकाला। " टाडा।।।।।।"