श्यामू की कई बेटियां थी। लेकिन शायद एक को छोड़कर सभी अनचाही ही थी, क्योंकि यह सभी सातों की सात बेटियां उसे लड़के की चाहत से ही उत्पन्न हुई थी। रामू चाहता तो लड़का ही पैदा करना चाहता था। परंतु बार-बार ऊपर वाला उसे लड़की ही दे रहा था। अतः एक को छोड़कर 6 लड़कियां तो उसे अनचाही ही लगती थी। पाठक यह न समझिए कि यह घटना असत्य है। ऐसी घटना मैंने प्रत्यक्ष देख रखी है। बस इस कहानी में पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं। अभी भी भारत के कई क्षेत्रों में यह एक हकीकत है