दीपक सेन रूप ग्रह के सम्राट बने। यहां की आबादी 8 अरब थी। दीपक सेन ने चयनित जनन करवाया। जिससे यहां की आबादी कुछ ही वर्षों में एक अरब ही रह गई और एक अरब पर स्थिर हो गई। दीपकसेन ने सब की संपत्ति लेकर सब में बराबर बांट दी। अर्थव्यवस्था को तगड़ा बनाया गया। अब सभी अमीर हो गये। एक कानून, एक मानवीय धर्म, एक ध्वज, एक श्रेष्ठ वैज्ञानिक भाषा, एक मुद्रा, एक स्रेष्ठ पाठ्यक्रम चलाया गया। 5000000 सैनिकों की अत्याधिनिक श्रेष्ठ फौज गठित की गई। सारे ग्रह को साथ महाप्रांतों में बांटा गया। हर प्रांत में शुरू में