भाग -29 मैं समझ नहीं पा रहा था कि, उसके घर वालों को कैसे सूचना दूं। उनका कोई नंबर मेरे पास नहीं था। तोंदियल अपने घर के बारे में बड़ा पर्दा रखता था। उसका मोबाइल पानी में भीग कर बेकार हो चुका था। मैं थोड़ी-थोड़ी देर में सुन्दर हिडिम्बा को फोन करता तो, वह कभी बात करतीं, कभी ना करतीं। जब कॉल रिसीव करतीं तो इतना ही बोलतीं, 'लोग पहुंच रहे हैं।' इंतजार करते-करते आधी रात को एक पुलिस जीप आकर रुकी। उसके पीछे एक लाश वाली गाड़ी भी थी। पुलिस ने आते ही मुझसे पूछताछ की। दुकान के सब