(18) “मैं नहीं जानता ..उसकी अंग्रेजी मेरी समझ में नहीं आती ।” “अमे जियाओ ..” कासिम हाथ नाचा कर बोला “उल्लू मत बनाओ।मैं सब समझता हूं ।” “चुप चाप समझते रहो बकवास की जरुरत नहीं है ..” कासिम बैठ कर उसे घूरने लगा। कुछ देर बाद सीमा वापस आई । कुछ क्षण मौन खाड़ी रही फिर बोली। “वह गहरी नींद सो रही है, इतनी गहरी नींद कि कपड़ा पहनाते समय भी नहीं जागी ।” “और अब मुझे भी नींद लग रही है ..सुबह के चार बज रहे है ..” हमीद ने कहा। “जाओ ...सो जाओ ...” रीमा ने प्यार भरे