सबने तारीफ किया और अब आगे।।फिर इसी तरह हर साल अन्वेशा का जन्मदिन बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता था।आनंदी के घर सब लोग बहुत ही अच्छे से रहने लगे थेशना और अन्वेशा पढ़ाई करने बैठ गए और राजू उनको पढ़ा रहा था।आनंदी ने कहा चलिए सब नाश्ता करते हैं।सभी नाश्ता करने बैठ गए।आनंदी ने कहा कि मुझे दोनों दिन के लिए एक दौरें पर जाना होगा।कृष्णा ने कहा कब जाना है तुझे? आनंदी ने कहा आज रात को।फिर सबने मिलकर नाश्ता किया और फिर बात करने लगे।आनंदी ने कहा आपलोगो को इन्दौर घुमाने ले जाऊंगी पर अगले हफ्ते।अनु बोली