9 यह सब क्या चल रहा है यहाँ ! उफ़्फ़ यह कैसे रिश्ते हैं ? क्या यही है एक औरत का जीवन ? क्या मर्द बिलकुल स्वतंत्र है किसी जानवर की तरह । जब उसका जो मन आए वही करेगा ? नहीं यह नहीं हो सकता । मेरे पापा भी तो मर्द थे वे बिलकुल भी ऐसे नहीं थे ! माँ का कितना ख्याल रखते थे । मैंने उनको कभी भी तेज आवाज में मम्मी से बात करते हुए नहीं सुना था ! कितने प्यार से, कितने धीरे धीरे समझा कर बात करते थे । क्या जमाना बादल गया है