रात के तीन बजे थे। वाशरूम जाने के लिए आगोश की मम्मी उठीं तो देखा, आगोश के कमरे की लाइट जली हुई है। - हे भगवान! क्या करता है ये लड़का। हमारे ज़माने में तो लोग कहते थे कि जवानी नींद भर सोने के लिए होती है, इन्हें देखो, सोने की फ़िक्र ही नहीं है। क्या करते हैं ये आजकल के बच्चे! सोचती हुई वो अपने कमरे में जाती हुई एक बार फ़िर से पलट कर चोरी- चोरी उसके कमरे में झांकने चली आईं। ओह, ये क्या? आगोश तो टेबल के सहारे बैठा हुआ एक किताब पढ़ने में तल्लीन है।