पहले कदम का उजाला - 9

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देव… जीवन भी बड़ा अजीब है। शरीर का विज्ञान पढ़ने वाले को मन की भाषा की कितनी समझ हो ये उसकी सवेंदना पर निर्भर करता है। देव को माता-पिता का भरपूर प्यार मिला। एक अनुशासित जीवन ने उन्हें वो सब दिया जो एक बच्चे की ज़रुरत होती है। पढ़ाई, सफलता सब बड़े आराम से मिलती रही। जीवन में कभी कोई रोड़ा आया ही नहीं। अचानक उनके पापा को लकवा हो गया और उन्होंने सेना की पोस्टिंग छोड़ दी। अपने पापा की इस हालत को देखकर उनका मन बदल गया। वह सोचने लगे – ‘ मैं पापा की सेवा कब कर