आज अन्वेशा का स्कूल में पहला दिन है।आनंदी ने बहुत ही अच्छे से उसको तैयार किया था। आनंदी बोली वाह मेरी गुड़िया।अन्वेशा बैग लेकर आनंदी के साथ नीचे पहुंच गई और बस का इंतजार करने लगी।कुछ देर बाद इंटरनेशनल स्कूल का बस आ गया और फिर अन्वेशा आनंदी को हाथ हिलाती हुई अन्दर बैठ गई।आनंदी ने ड्राइवर को समझा दिया और फिर बस वहां से निकल गया।आनंदी ऊपर आकर जल्दी से तैयार हो कर नाश्ता करने बैठ गई।कृष्णा ने कहा आनंदी ठीक से नाश्ता कर बेटा।आनंदी ने कहा क्या मां, अभी में बच्ची हुं।कृष्णा ने कहा और नहीं तो क्या?