जिन्दगी के पल - 2

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थोड़ी देर पढ़ाई करने के बाद में खिड़की के बाहर का नजारा देख रही थी। श्याम का वक्त था तो सभी पंछी अपने अपने घोसालो की और जा रहे थे । ठंडी हवा के साथ साथ खेतो की मिट्टी की भी खुशबू आ रही थी, उसी वक्त मेरे दिमाग मै आया बाहर घूम आ जाऊं । में निकलने लगीं तभी फोन मै नोटिफिकेशन आया देखा तो कुनाल का मैसेज था । Hi क्या कर रही हो मैंने तुम्हे डिस्टर्ब तो नहीं किया ना ? मैंने कहा नहीं नहीं बोलो क्या काम था जो मेरी याद आ गई । उसने कहा