उजाले की ओर ---संस्मरण

  • 6.9k
  • 1
  • 2.2k

उजाले की ओर ---संस्मरण ------------------------ नमस्कार स्नेही मित्रों ! संदीप का काफी बड़ा परिवार है | सब एक-दूसरे के सुख-दुख में शरीक होते | घर में तीन भाई ,एक बहन ,माता-पिता ,संदीप के दादा-दादी ! इतने बड़े परिवार का काम करने में उसकी माँ बुरी तरह थक जातीं किन्तु वे सबकी आवश्यकताएँ पूरी करतीं | उन्हें बड़ी तृप्ति मिलती जब सबको संतुष्ट देखतीं | समय की गति के साथ बच्चे बड़े हुए | बहिन बड़ी थीं ,उनकी शादी हो गई | संदीप के बड़े भाई भी नौकरी पर लग गए | पिता की अपनी निजी