बाहर बारिश अभी भी जारी थी और बिजली के कड़कने के साथ ही साथ बादलों के गरजने का शोर भी वातावरण को बहुत ही भयावह बना रहा था तभी फ्लैट में अचानक अंधेरा हो गया,शायद पावर-सप्लाई बंद हो गई थी । वैसे अमूमन फ्लैट में ऐसा कभी होता तो नहीं था लेकिन आज न जाने क्यों पावर-कट हो गया था । हिमांशु नें तुरंत ही अपने मोबाइल की टॉर्च ऑन करके टेबल पर रख दी और फिर नीचे सोसायटी में कॉल करने लगा लेकिन सोसायटी का फोन इंगेज जा रहा था क्योंकि शायद सभी इस वक्त परेशान होकर फोन मिला