राज बोहरे- उपन्यास बाली का बेटा बाल मन की नजर से समीक्षा समीक्षक -रामगोपाल भावुक गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा है-रामायण सत कोटि अपारा। यानी राम कथा करोड़ों प्रकार से कही सुनी जाती है । अनेक लेखक अपनी तरह से रामायण लिख चुके हैं, संस्कृत ,बांगला,तमिल सहित उर्दू में भी रामायण लिखी गयी है।हिंदी में तो ऊपन्यास रूप में दर्जन भर से ज्यादा राम कथा