विश्वासघात--(सीजन-२)--भाग(१२)

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लगता है कि ये हरदयाल थापर भी नमकहरामी करेगा,इस पर नज़र रखनी होगी,विश्वनाथ ने मन में सोचा.... तभी एकाएक उसने पीटर को बुलाने के लिए आवाज़ दी..... पीटर! फौऱन इधर आओ... आया बाँस!,पीटर ने आवाज़ दी.... यस बाँस! क्या बात है,पीटर ने विश्वनाथ से पूछा।। ऐसा है जरा अपने आदमियों से कह दो की हरदयाल थापर पर नज़र रखें,वो कहाँ कहाँ जाता है और किस किसे मिलता जुलता है,विश्वनाथ बोला।। यस बाँस! मैं सबसे हरदयाल पर नज़र रखने को कह देता हूँ,पीटर बोला।। और सुनो! जरा जूली को जल्दी ढ़ूढ़ो ना जाने कहाँ चली गई,मुझे जल्द से जल्द उसकी खबर