चेहरे पर चेहरा (अंतिम भाग)

  • 6.1k
  • 1
  • 1.7k

"रात को ही आया हूँ।डॉॉॉक्ट साहिब हमे अंदर ले गए।जगदीश बोला,"क्या हुआ रिशते का? कीसन परेशान है।""घर पर फ़ोटो दिखाया था।सबको लड़की पसंद आ गयी।""तो फिर देर किस बात की है?""हां।मैं इस बात को जल्दी फाइनल करता हूँ।,"आपकी कोई मांग हो तो वो भी बता देना।""कुछ नही।मेरी कोई मांग नही है।मैने बताया न जो आपका संकल्प हो वैसे ही करना शादी।बस हम बताये खर्च वैसे ही कर देना।""आप जैसा कहेंगे।वैसा ही कर देंगे।"मैं और जगदीश लौट आये थे।रास्ते मे जगदीश बोला।जैसा तुम चाह रहे हो उतने मे ही काम हो जाएगा।"मैने घर आकर पत्नी को सब बातें बताई थी।पत्नी