हर्ष अपनी कार में घर की तरफ जा रहा था लेकिन उसे बार बार पंछी याद आ रही थी , पंछी की यादें उसके दिमाग से निकल ही रही थी जिससे उसके आंसू रुकने का नाम ही नही ले रहे थे। तभी रास्ते में उसे एक मंदिर दिखता है जिसे देख वो कार को वहीं रोक लेता है , मंदिर के अंदर जाता हैं और भगवान से कहता है- मेरे साथ ही क्यों ? अब मैं क्या करू, इतना रोकने की कोशिश की फिर भी मेरे दिल में बस चुकी है मैं उसे कभी भुला नहीं पाऊँगा , आपको पता