यहा निशा के पाठशाला छूट ने के बाद भी निशा घर ना आने पर सरोजिनी चिंता मे थी, तभी अचानक उन्हें कोई आके बताता है, कि निशा मास्टरजी के घर पर हे, तुरंत ही जमीनदार और सरोजिनी मास्टरजी के घर पहुचते है, वहा अचानक डोर बेल बजती है, निशा दरबाजा खोलती है, एकदम चौक जाती है, वहा उसके मम्मी पापा खड़े थे, वह कहते हैं कि निशा घर चलो, तभी निशा कहती हैं कि मेरी मास्टरजी के साथ शादी हुई है, मे इनको छोड़ कर कहीं नहीं जाऊँगी, आज से यही मेरा घर है। ये सुनकर