जमानत

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"वकील साहब आप ही मुझे बचा सकते है,"गबरू नौजवान मेरे पैर पकड़कर गिड़गिड़ाया,"आपका बहुत नाम है।लोगों की सलाह पर ही मैं आपके पास आया हूँ।""पहले मुझे बताओ तो माजरा क्या है?""मेेेरी माँ ने मुझ पर बलात्कार का आरोप लगाया है।मेेरे.खिलाफ धारा 376 में एफ आई आर लिखायी है।""जानते हो इस धारा का मतलब।""वकील साहब मैं गांव का कम पढ़ा लिखा।क्या जानू इस बारे में।""आजीवन कारावास भी हो सकता है।कोई सूरत नही है बचने की।"मैं उसकी बात सुनकर बोला।"वकील साहब आप मुझे बचा सकते है।आपको मेरा मुकद्दमा लड़ना ही होगा।"वह नौजवान बोला।मैं वकील था।केस लड़ता रहता था।मैं जानता था इस धारा