उपासना.... ओ उपासना.... कहां मर गई? कहा था ना कि पूजा की थाली और लोटा मांजकर रखना लेकिन मैं नहाकर आ भी गई और तूने मेरा काम नहीं किया.... हां... हां..सास का कहा सुन लेगी तो पाप में नहीं पड़ जाएगी,आई महारानी बड़ी,पता नहीं क्या सिखाकर भेजा है मां बाप ने,बीस साल हो गए शादी को , बच्चे जवान होने को आए लेकिन इसे अभी तक गृहस्थी चलाना ना आया.... उपासना की सास ललिता ने उपासना को कोसते हुए कहा।। इन्हें ऑफिस को जल्दी निकलना था इसलिए इनका नाश्ता बनाने में लग गई थी,लाइए अब मांज देती हूं पूजा