"दीदी आप आ गयी?"निशा को देखते ही रमेश ने नमस्ते की और देवेन के पैर छुए थे।"नन्हा मुन्ना भी आया है,"रमेश निशा की गोद से राहुल को लेते हुए बोला,"दीदी आपने इसका नाम क्या रखा है?"राहुल",निशा बोली,"गीता कहाँ है?""अंदर है।दीदी आपको कई दिनों से याद कर रही है।मैं रोज आपके घर जा रहा था।आज भी गया था।""हां।मम्मी ने मुझे बताया था।""मैं आंटी से कहकर आया था,आपको भेज दे।""नहीं कहते तो भी आती।""दीदी मैं जानता था।पर हमारी दीदी को कौन समझाए,"रमेश बोला,"अंदर चलो।,घर के बाहर टेंट और बिजली वाले काम कर रहे थे।मेटाडोर से कुर्सियां उतारकर नीचे रखी जा रही थी।"दीदी