हेतम हेतम जो आरंभ से एंटी डकैती मूवमेंट टीम नम्बर सोलह का मैम्बर रहा और जिसने अब तक खूब बहादुरी और साहस दिखाया , अब हमारी पुलिस टुकड़ी में नही था । मुझे बहुत याद आती उसकी। आम पुलिसियों की तमाम बुरी आदतों के बाद भी दिल का अच्छा आदमी था हेड कानिस्टिबल हेतमसिंह । एम0ए0 पास करने के बाद पच्चीस साल की उमर तक जब कोई नौकरी न मिली तो वह कानिस्टिबल के पद पर भरती हो गया था। फिर एक बार मौका मिला तो उसने एक डाकू दल को मार गिराने में बहादुरी का परिचय दिया सो पुलिस