अध्याय - 1'श्यामाप्रसाद ने क्या जवाब दिया आपका ? ' जानकी देवी ने अपने पति रघुनाथ से पूछा ।'तुम जानती हो जवाब क्या आएगा ,मेरी मानो तो उम्मीद छोड़ दो '। रघुनाथ् ने अपने घर के सामने लगे नीम के पेड़ के नीचे चारपाई पर लेटते हुए कहा।'श्यामाप्रसाद बाकी लोगों के जैसा नहीं है,मैं कहती हु आप उसने बात क्यों नहीं करते ?' जानकी ने जोर देते हुए कहा।'तुम समझने की कोशिश करो जानकी यह इतना आसान नहीं है ,शादी -ब्याह कोई मजाक की बात नहीं ' रघुनाथ ने गंभीरता से कहा।'बात करने में क्या हर्ज़ है,आप देखना वह हमरी