प्रेत-लोक 09 रुद्र लेटे हुए सोच रहा है की आखिर किस तरह इस संघतारा प्रेत से मुक्त हुआ जाये साथ ही उसका जिज्ञासु मन तांत्रिक योगीनाथ के बारे में भी जानना चाहता है क्योंकि रुद्र तांत्रिक योगीनाथ से बहुत प्रभावित है और जानना चाहता है की वो आखिर हैं कौन एक तांत्रिक या अघोरी या एक अघोरी तांत्रिक, और वो हज़ार साल से समाधि में क्यों हैं, सोचते- सोचते उसकी कब आँख लग गई पता ही नहीं चला। अब आगे : सुबह के ८:०० बजे तांत्रिक योगीनाथ जी अपने कमरे से निकलते हैं और बाकी सभी को उठाते हैं। रुद्र