आस-पास के चालीस गावों के सबसे बड़े जमींदार उदय प्रताप के यहां बहुत बड़ा यज्ञ हो रहा था।। बाहर से आये स्वामी जी यज्ञ के बाद कथा भी बांचते। जमींदार साहब ने यज्ञ में हो रहे उच्चारण को गांव वालों को सुनाने और अपनी कीर्ति की पताका चहुँ ओर लहराने के लिए बड़े-बड़े लाउडस्पीकर लगाए थे। ताकि उनके यहां होने यज्ञ की सुगंध के साथ मंत्रोच्चार भी अन्य गावों तक पहुँचे। आज सत्संग में आये स्वामी जी मोक्ष का महत्व और उसे प्राप्त करने के उपाय बता रहे थे। जमींदार साहब चहुँ ओर फैल रही अपनी कीर्ति से