"महाभारत का एक अंश"कुरुक्षेत्र की भूमि पर महाभारत का युद्ध अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा था...पूरे कुरुक्षेत्र मे लाशों का अम्बार लगा था....रण भूमि रक्त से लाल हो चुकी थी और समग्र आकाश मे गिद्ध दिखाई दे रहे थे....रक्त से जगह जगह तालाब भर चुके थे जिनके बीच मे ही पितामह भीष्म, अर्जुन द्वारा बनाई गयी बाणों की शय्या पर लेटे हुए अपने कर्मों का कष्ट भोग रहे थे और अपने ही परिवार का अंत अपनी आँखों से देख रहे थे....द्रोणाचार्य, दुषाशन और उसके समस्त