धनराज जी अपने बड़े सुपुत्र के लिए लड़की देखने आए हुए थे । मानसी को देखते ही उन्होंने उसे अपने बड़े बेटे हिमेश के लिए पसंद कर लिया । उसी दिन नाश्ते के दौरान अपने घर और परिवार के संस्कारों की डिंग हांकते हुए धनराज जी बोले, ” हमारे घर में सभी सुशिक्षित और संस्कारी हैं और नारी शक्ति की इज्जत करना तो हमारे रक्त में है । मशहूर समाजसेविका अचला जी हमारी पूज्य माताजी थीं जो अब नहीं रहीं लेकिन उनके ही दिए संस्कार अब हमारी रगों में रच बस चुका है । मानसी बेटी को हमारे यहां कोई