खुदा भी जब तुम्हें, मेरे पास देखता होगा इतनी अनमोल चीज़, दे दी कैसे सोचता होगा सुमित की कार में बजता हुआ ये गीत जैसे स्वेतलाना के कानों में मिश्री घोलने का काम कर रहा था और तभी उनकी कार दिल्ली के एक आलीशान रेस्टोरेंट के बाहर जाकर रुकी ! सुमित नें बड़े ही आदर और प्यार का भाव लिए स्वेतलाना मैडम के लिए अपनी कार का डोर खोला फिर बड़ी ही नज़ाकत के साथ स्वेतलाना मैडम बाहर आयीं और अब वो दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल नज़दीकी बनाकर रेस्टोरेंट के अंदर जाने के लिए आगे बढ़ गए ! एक-दूसरे के