सत्य प्रकाश जी ने कहा इसका मतलब यही है कि जब तक काला धन वापस नहीं आता, चीज वस्तुएं सस्ती नहीं होगी. अदैन्य ने कहा जी बिल्कुल. डिनर के अंत के पश्चात अदैन्य सौंप का एक हल्का फाका मारा और सोफे पर जाकर बैठे. सत्य प्रकाश जी बी सोफे पर जाकर बैठे और थोड़ी देर के बाद अदैन्य ने अनुमति ली. अदैन्य को पीछे से जाते हुए द्विवेदी जी ने देखा और कुछ पल के लिए मानो वह किसी ब्रह्म में खो गए हो. अदैन्य ने अपनी वॉक्सवैगन को सेल दिया और चल पड़े. कुछ दिन अदैन्य ने कोलकाता दर्शन के लिए चुने और गौतम को