पावन ग्रंथ - भगवद्गीता की शिक्षा - 21

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अध्याय पंद्रह परमपुरुष ( पुरुषोत्तम या परमात्मा ) अनुभव— दादी जी, मैं परमात्मा, दिव्यात्मा और जीव के अंतर के बारे में बहुत भ्रमित हूँ, क्या आप मुझे फिर से समझायेंगी? दादी जी— ज़रूर अनुभव, ये शब्द हैं जिनका अर्थ तुम्हें भलीभाँति समझ लेना चाहिए । परमात्मा को परमपुरुष, परमपिता , माता, ईश्वर, अल्लाह, परमसत्य और कई अनेक नामों से भी पुकारा जाता है । वही परमब्रह्म , परमात्मा, शिव, परमशिव और कृष्ण हैं