पावन ग्रंथ - भगवद्गीता की शिक्षा - 19

  • 8.6k
  • 2
  • 2.3k

अध्याय तेरह सृष्टि और सृष्टा अनुभव— दादी जी, मैं खा सकता हूँ, सो सकता हूँ, सोच सकता हूँ,बात कर सकता हूँ, चल सकता हूँ, दौड़ सकता हूँ, काम कर सकता हूँ और पढ़ सकता हूँ । मेरे शरीर को यह सब करने का ज्ञान कहॉं से, कैसे आता है? दादी जी— हमारे शरीर सहित सारा विश्व पॉंच मूल तत्वों से बना है । वे तत्व हैं— पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु