हम भारतीयों ने अपनी जीवन-शैली को त्याग कर पश्चिमी देशों की नकल की। कहने को ये पश्चिमी देश विकसित हैं। हमारे देश को अविकसित या विकासशील कहते हैं। मगर विकास का पैमाना सभी के लिए अलग-अलग होता है। हमारे लिए विकास में सभी अपने हैं, पूरी धरती ही परिवार है। यह भावना मुख्य रूप से रहती है। आज पश्चिमी देशों का विकास पूर्णतया झूठ पर ही टिका है। झूठ के सहारे ही वे दुनिया पर अपना शासन कायम रख पाने में कामयाब होते हैं। हमारे और उनके देश में आज शिक्षा पद्धति, उद्देश्य, ग्राहक आदि सभी समान हैं। वहां की