महा अघोरी तांत्रिक - 5अब आगे.. बाहर छाया है गहरा अन्धेरा , साथ ही बारिश भी हो रहा है । चारों तरफ से पैशाचिक संकेत साफ हैं । मैं एक ऐसे कर्म में लिप्त हो चुका हूं जिससे कई और लोगों के जान बच सकतें हैं पर अभी और इस रात मेरा प्राण बचेगा या नही यह तो भगवान ही जानतें हैं । एक दिव्य अघोरी मेरे आगे चल रहा है , उनके शक्तियों का अनुभव व दृश्य मैंने साफ देखा है इसीलिए अब मन