अर्पण--भाग (१४)

  • 4.7k
  • 2
  • 1.9k

रात का समय,राज अपना मन हल्का करने के लिए बगीचे के झूले में आ बैठी,तभी वहां रधिया काकी आ पहुंची उसने राज को कुछ उदास देखा तो पूछ बैठी___ का हुआ बिटिया? कछु उदास दिख रही हो।। ना काकी! ऐसी कोई बात नहीं है,बस थोड़ा थक गई हूं,राज ने जवाब दिया।। तो ठीक है बिटिया! हम तुम्हें ज्यादा परेशान नहीं करेंगे,हम जा रहें हैं तुम आराम करो और इतना कहकर रधिया जाने लगी,तभी राज ने रधिया को रोकते हुए कहा____ रूको ना काकी! जरा थोड़ी देर मेरे संग भी बैठो, हां! जरूर! तुम कहती हो तो बैठ जाते हैं, लेकिन