जीवन अजूबों से भरा है। कुछ नहीं कहा जा सकता कि कब क्या हो जाए।जिसे आर्यन और आगोश कोई बदतमीज़, पगली, सिरफिरी औरत समझ रहे थे, वो तो देवी निकली, देवी!"डर्टी एयर क्रिएशंस" की डायरेक्टर उन युवकों को कभी इस तरह मिलेगी, ये तो उन्होंने ख़्वाब में भी नहीं सोचा था।उस दिन रूफटॉप रेस्त्रां में बैठे आर्यन और आगोश की मुठभेड़ अकस्मात जिस महिला से हो गई थी वो वास्तव में शहर की एक उभरती हुई लोकप्रिय फ़िल्म निर्माण संस्था "डर्टी एयर क्रिएशंस" की डायरेक्टर अरुंधति जौहरी ही थीं। वो कुछ लोगों के साथ रेस्त्रां में किसी बिज़नेस डिस्कशन के लिए