दूरियाँ

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CHAPTER 1 "तुम्हें कुछ नही होगा पायल। मैं तुम्हेंं कुछ होने ही नही दूंगा।" मेरे आंसू, मानो थम ने का नाम ही नहीं ले रहे थे। कांच के दरवाज़े की उस तरफ, मेरी जान, मेरी पत्नी पायल, बेहोश और लाचार, ICU के बिस्तर पर सो रही थी। ज़िन्दगी में कभी मैंने उसे इस हाल में नहीं देखा था। वो हमेशा से आत्म विश्वासी और ऊंची उड़ान भरने वालों में से थी। लेकिन आज, इतने सारे यंत्र से घिरी हुई और हर तरफ पाइप्स लगे हुए। सिर पर पट्टी, हाथ में प्लास्टर और आंखे सूजी हुई। उसे इस तरह देख कर