भारतीय समाज में मान्यता है कि स्त्री की डोली पिता के घर से उठती है तो फिर पति के घर से उसकी अर्थी ही निकलनी चाहिए।ससुराल में चाहें जैसी भी असहय स्थितियां हो,चाहे उसकी हत्या का षड्यंत्र ही रचा जा रहा हो या उसे आत्महत्या के लिए विवश ही क्यों न किया जा रहा हो या हर पल उसके आत्मसम्मान को कुचला ही क्यों न जा रहा हो,उसे हर हाल में वहीं रहना चाहिए ।जो स्त्री ऐसा नहीं करती उसके प्रति समाज का नजरिया अच्छा नहीं होता।उसको सारी उम्र इस गुस्ताखी की सजा भुगतनी पड़ती है।विषम परिस्थितियों में पति का