पार - महेश कटारे - 1

  • 8k
  • 2.9k

महेश कटारे - कहानी–पार 1 जान–पहचानी गैल पर पैर अपने–आप इच्छित दिशा को मुड़ जाते थे। हरिविलास आगे था–पीछे कमला, उसके पीछे अपहरण किया गया लड़का तथा गैंग के तीन सदस्य और थे, यानी कुल छह जने। जिस समय वे ठिकाने से चले थे तब सामने