यह कहानी है, दो लोगों की जो शुरू वहाँ से होती है, जहाँ पर बड़ी-बड़ी प्रेम कहानियां खत्म हो जाती है, उस दिन उस बड़े से घरेलू रेस्टोरेंट में एक चकोर मेज़ के आमने सामने वाली कुर्सियां लिए बैठे थे, ये दोनों, "अब बताओ मुद्दा क्या है?", "मुद्दा क्या है, दी ग्रेट अवनी को यह भी नहीं पता की मुद्दा हमारी शादी है मैडम!" यह सुनते ही अवनी की मंद सी मुस्कुराहट हल्के से चिड़चिड़ेपन में बदलती दिखी, जिसके साथ वो बोली "शादी, हमारी शादी, दी ग्रेटेस्ट ऑफ ग्रेट निलय वाधवा, मुझसे शादी करना चाहते हैं?, मजाक़ ना जा कर