खानवा का युद्ध राणा सांगा चित्तौड़ की महारथी योद्धा राजा थे। राणा के विशाल शक्तिशाली शरीर पर लगे घावों से राणा की वीरता झलकती थी। उन दिनों दिल्ली पर इब्राहिम लोदी का शासन था। इब्राहिम एक नाकारा शासक था। उधर फरगना का छोटा सा राजा बाबर अपने क्षेत्र में युद्धों से जूझ रहा था। बार-बार जय - पराजय से जूझते बाबर ने निराश होकर आखिर में भारत की ओर प्रस्थान किया। इब्राहिम लोदी से उसका जोरदार युद्ध हुआ। तुगुलुमा युद्ध में माहिर बाबर ने इब्राहिम लोदी को करारी शिकस्त दी। राणा सांगा सारे भारत पर भगवा झंडा लहरा