(37)अंजन एक बार फिर मीरा के सामने खड़ा था। मीरा सर झुकाए बैठी थी। जब अंजन मीरा के पास आया था तो उसने फिर उससे यही कहा कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई। उसे माफ कर दे। इस पर अंजन ने उससे सवाल किया था कि तुमने मेरे प्यार की कीमत लेकर उसका सौदा मेरे दुश्मनों से किया। मुझे धोखा दिया। इसके बावजूद भी तुम मुझसे माफी की उम्मीद कैसे रख सकती हो। उसके इस सवाल पर ही मीरा नज़रें झुकाए बैठी थी। अंजन उसके चेहरे को घूर रहा था। मीरा के पास उसके सवाल का कोई