(35)मीरा बिस्तर पर एकदम चुपचाप बैठी थी। वह एक तरफ देख रही थी जैसे उसकी आँखें जैसे किसी चीज़ पर टिकी हों। इस समय उसके मन में गंभीर विचार चल रहा था। उसे लगा था कि अंजन जब उसके सामने आएगा तो उसे ज़िंदा नहीं छोड़ेगा। इसलिए भय के कारण वह बेहोश हो गई थी। अंजन उस पर चीखा चिल्लाया पर उसे कोई नुकसान नहीं पहुँचाया। यह इस बात का प्रमाण था कि अभी भी उसके दिल में मीरा के लिए भावनाएं थीं। यही बात मीरा को छू गई थी।अभी तक तो वह डर की वजह से इस बात के