अध्याय तीन दादी जी— अध्याय तीन में जिस निःस्वार्थ सेवा के बारे में विचार किया गया है, समझने के लिये एक कहानी सुनाती हूँ । कहानी (३) सर अलेक्ज़ेंडर फ़्लैमिंग एक दिन स्काटलैंड के एक गरीब किसान फ्लैमिंग ने, अपने परिवार को पालने के लिए अपना रोज़ का काम करते समय सहायता के लिये किसी की चीख सुनी। यह चीख पड़ौस के दलदल से आ रही थी । वह किसान अपना काम छोड़कर दलदल की ओर भागा।वहॉं कमर तक दलदल