बारह मास वसन्त - लक्ष्मीनारायण बुंनकर

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बारह मास वसन्त-लक्ष्मीनारायण बुंनकरबारह मास वसंत कवि लक्ष्मी नारायण बुनकर का पहला कविता संग्रह है, जो ग्रंथ भारती दिल्ली ने छापा है । संग्रह में कवि की विभिन्न प्रकार की कविताएं शामिल हैं जो छंद बद्ध हैं।लक्ष्मी नारायण बुनकर ऐसे प्रतिभा संपन्न कवि हैं जो प्रायः बचपन से ही कविता कहते थे। बात को चमत्कार पूर्ण ढंग से कहना उन्होंने बचपन में ही सीख लिया था। एक श्रम शील परिवार में जन्म लिया और भूतपूर्व रियासत के कस्बे में बचपन बिताया, तो उनके व्यक्तित्व में बहुत सारे आयाम जुड़ गए थे ।लेकिन वे अंतर्मुखी और मितभाषी हैं इस कारण मन