प्रेमतंत्र - 2" अरे यार भाई तू कोमल जैसी माल के ही पीछे क्यों पड़ा है । अपने मैसेंजर को खोलकर देख कितनी लड़कियां तुझे Hi भेजते भेजते मर गईं । अब उस माल को भूल जा । " मुकेश शांत आवाज़ में बोला - " माल ! माल किसे बोल रहा है । " " सॉरी भाई , गलती से जुबान फिसल गया । " " यहां आते हो फ्री की दारु पेलने , अच्छे से बात करना भी अभी नहीं आता और इलीट क्लास में पहुंचना