Rewind ज़िंदगी - Chapter-3.1:  तकरार

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Chapter-3.1: तकरार सुरवंदना संगीत के पास ही माधव और अरुण ने रहने और खाने पीने की व्यवस्था कर ली थी, माधव दो दिनों से पैसो की चिंता में ही पड़ा था, तभी वहां के चपरासी ने माधव से कहा कि रमेश जी उसे बुला रहे है। “आपने मुझे बुलाया सर?” माधव ने रमेश जी की ऑफिस जाकर पूछा। “हां मैंने ही तुमको बुलाया, आओ बैठो।” माधव के मन में कई सारे ख़्याल एक साथ आ गए। उसे ये भी लगा कि शायद मुझे यहां से जाने को कह दिया जाए। “तुम बहुत नसीब वाले हो