सल्लू आणि सचिन घरी येतात........ सल्लू : "यारू.... मुझे बात करनी हैं तुझसे.....?" सचिन : "हा बोल ना सल्लू.....?" गाडी पार्क करत सचिन बोलत असतो...... सल्लू : "यारू....... मुझे लगता हैं तुझे अभी जॉली को कॉल करना चाहिए..... पहले तू ऊसे कॉल कर.... पूछ ठीक से पोहच तो गयी ना?" सचिन : "हा मेरे भाई अभी उसी से बात करने वाला था..." सचिन, जॉलीला कॉल करतो...... रिंगटोन..... आँख सुरमे से भरके तैयार की खींच-खींच के निशाने हूँ मैं मारती आँख सुरमे से भरके तैयार की खींच-खींच के निशाने हूँ मैं मारती खुद ज्यादा तू उम्मीद मत रख सोनेया ज्यादा तू