* अगले दिन कॉलेज में * " त्रिधा " संध्या त्रिधा को देखते ही चिल्ला पड़ी जिसे देखकर त्रिधा के साथ कॉलेज आई माया समझ गई कि फिर कोई बवाल होने को है और उसने वहां से सीधे क्लास में जाने में ही अपनी भलाई समझी। " क्या है ? " त्रिधा ने सहज ही पूछा। " तू आज कल प्रभात के चक्कर में अपनी दूसरी दोस्त को भूलती नहीं जा रही ? " संध्या ने चिढ़कर कहा। " ऐसा नहीं है इस वक़्त उसे मेरी जरूरत थी बस इसीलिए और वैसे भी तुम मेरे लिए बहुत स्पेशल हो इतना